शिक्षा मनोविज्ञान

बुद्धि के सिद्धांत और उनके प्रतिपादक

बुद्धि व्यक्ति की एक जन्मजात शक्ति है, जो उसे वातावरण के साथ प्रभावकारी सामंजस्य स्थापित करने तथा विवेकशील एवं अमूर्त चिन्तन करने में सहायता प्रदान करती है। बुद्धि विभिन्न क्षमताओं का समुच्चय है। यह भी पढ़ें:  बुद्धि का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, विशेषताए…

बाल्यावस्था क्या है बाल्यावस्था की प्रमुख विशेषताएं?

सामान्य रूप से सभी वैज्ञानिकों ने लगभग 6 वर्ष से 12 वर्ष के बीच की आयु को बाल्यावस्था माना है। इस अवस्था में बालक के जीवन में स्थायित्व आने लगता है और आगे आने वाले जीवन की तैयारी करता है।  हरलाॅक के शब्दों में, बाल्यावस्था 6 वर्ष की आयु से लेकर यौवन…

चिंतन क्या है ? अर्थ, परिभाषा, प्रकार एवं इसकी मौलिक या आधारभूत दक्षता

अपनी दैनिक बातचीत में हम चिंतन शब्द का प्रयोग कई मनोवैज्ञानिक क्रियाओं के लिए करते है। उदाहरण स्वरूप अपना अनौपचारिक परिचय देते हुए जब मैं यह कहता हूँ कि मैं उन दिनों के बारे में सोच रहा हूँ जब मैं कालेज में विद्यार्थी था। तो यहॉ में सोच (चिंतन) शब्द क…

शिक्षा मनोविज्ञान के सम्प्रदाय और उनका क्रमबद्ध वर्णन

शिक्षा और मनोविज्ञान में घनिष्ठ सम्बन्ध है, इस विषय पर पूर्व अध्यायों में प्रकाश डाला गया है। मनोविज्ञान द्वारा हमें मानव-मस्तिष्क का ज्ञान होता है, अतः शिक्षा से इसका घनिष्ठ सम्बन्ध होना अनिवार्य है। मनोविज्ञान के क्षेत्र में व्यवहार की व्याख्या, मनो…

किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन, समस्याएं

किशोरावस्था एडोलसेन्स नामक अंग्रेजी शब्द का हिन्दी रूपान्तरणर है। जिसका अर्थ है परिचक्वता की ओर बढ़ना इस समय बच्चे न छोटे बच्चो की श्रेणी में आतें है और न ही बड़े या अपने शब्दो में कहे तो ये छोटे से बडे बनने की प्रक्रिया की समयावधि से गुजरते है। किशोर…

व्यक्ति अध्ययन विधि की प्रकृति, व्यक्ति-अध्ययन के गुण एवं दोष #शिक्षा मनोविज्ञान

व्यक्ति अध्ययन विधि एक ऐसी विधि है जिसमें किसी सामाजिक इकाई के जीवन की घटनाओं का अन्वेषण तथा विश्लेषण किया जाता है। सामाजिक इकाई के रूप में किसी एक व्यक्ति, एक परिवार, एक संस्था, एक समुदाय आदि के बारे में अध्ययन किया जा सकता है। व्यक्ति-अध्ययन का उद…

अधिगम के सिद्धांत : थार्नडाइक का अधिगम सिद्धांत एवं उसके शैक्षिक निहितार्थ

किसी मनोवैज्ञानिक अथवा मनोवैज्ञानिक सम्प्रदाय के द्वारा अधिगम की अवधारणा का स्पष्टीकरण ही अधिगम सिद्धान्त है। इसके अंतर्गत अधिगम सम्बन्धी समस्याओं का व्यापक समाधान प्रस्तुत किया गया है। अधिगम सिद्धान्तों में एकरूपता आवश्यक नहीं है। अलग-अलग सिद्धान्तों…

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