अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) क्या है?

अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी है जिसका उद्देश्य विश्व-भर में दूरसंचार के संचालन और सेवा का तालमेल करना है। जब इसकी स्थापना 1865 में हुई तो इसका नाम उस समय अंतर्राष्ट्रीय बेतार संघ (International Telegraph Union) था। इस प्रकार यह विश्व का सबसे पुराना अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) का मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में स्थित है।

अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) के मुख्य कार्य

  1. रेडियो फ्रीक्वेंसी स्पेक्ट्रम का आदर्श, न्यायपूर्ण एवं तार्किक उपयोग सुनिश्चित करना।
  2. विश्व-भर में संचालित दूरसंचार के लिए मानक तैयार करना।
  3. देशों को आंतरिक संचार गतिविधियों को विकसित तथा संधरित करने में सहयोग करना।
  4. अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) की अनुसंशा बाध्यकारी नहीं होती हैं, किन्तु अधिकांश देश उनका अनुपालन करते हैं क्योंकि ऐसा करने से अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्राॅनिक संचार का वातावरण प्रभावकारी बना रहता है।

सदस्यता

  1. अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) में संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश (पलाऊ गणराज्य को छोड़कर) शामिल हैं तथा साथ ही वेटिकन सिटी भी इसका सदस्य है। 
  2. संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों के अतिरिक्त अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) की सदस्यता जिनके लिए 
  3. खुली हुई है, वे हैं - मालवाहक, उपकरण निर्माता, वित्त प्रदाता निकाय, शोध एवं विकास संगठन तथा अंतर्राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय दूरसंचार से जुड़े हुए निजी संगठन। परन्तु इन सभी निजी क्षेत्र के सदस्यों को मत का अधिकार नहीं होता है।

अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) के प्रक्षेत्र

अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू)  के तीन प्रक्षेत्र हैं -
  1. रेडियो संचार (Radiocommunication – ITU&R) – ITU रेडियो फ्रीक्वेंसी स्पेक्ट्रम के आदर्श, न्यायपूर्ण एवं तर्कपूर्ण उपयोग को सुनिश्चित करता है। 
  2. दूरसंचार मानकीकरण (Telecommunication Standardization – ITU&T) –विश्व-भर में संचालित दूरसंचार के मानकीकरण के लिए ITU अनुसंशाएँ तैयार करता है। 
  3. दूरसंचार विकास (Telecommunication Development – ITU&D) – ITU विभिन्न देशों को अपने आंतरिक संचार को विकसित एवं संधरित करने में सहायता करता है।

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