जब किसी वस्तु की कुल पूर्ति पर केवल दो फर्मों का अधिकार होता है तब इसे द्वयाधिकार कहते हैं। यह बाजार की वह स्थिति है जिसमें दो फर्में या तो एक प्रमापित वस्तु या ऐसी वस्तुएं उत्पादित करती हैं जिनमें बहुत कम अंतर है। सामान्यतः दो वस्तुएं एक ही प्रकार क…