यूरोप का इतिहास

पेरिस शांति सम्मेलन का वर्णन

युद्ध में हुई अपार जन-धन की हानि को देखते हुये भविष्य में विश्व शांति के उद्देश्य को लेकर 1919 ई. में पेरिस शांति सम्मेलन आयोजित किया गया। फ्रांस के क्लीमेंशु, इंग्लैण्ड के लायड जार्ज एवं अमेरिका के वुडरो विल्सन इस सम्मेलन के प्रमुख कर्ता-धर्ता थे। मग…

रूसी क्रांति के कारण | Reason of Russian Revolution in Hindi

रूस की 1905 की क्रांति के कारण उसकी राजनीतिक, सामाजिक परिस्थितियों में निहित थे। जापानी युद्ध ने केवल उत्प्रेरक का कार्य किया। युद्ध में पराजय के कारण रूस की जनता का असंतोष इतना बढ़ गया था कि उसने राज्य के विरूद्ध विद्रोह कर दिया। 1905 की रूसी क्र…

फ्रांस की सामान्य दशा का वर्णन || फ्रांस की राज्यक्रांति के प्रधान कारणों की व्याख्या

18वीं शताब्दी के आरंभ में 1715 ई. में लुई चतुर्दश की मृत्यु उपरांत उसका पुत्र लुई पंद्रहवें के नाम से फ्रांस के राज्य सिंहासन पर बैठा। उसके शासनकाल में दिन प्रतिदिन देश का पतन होता चला गया। जिसके कारण लुई पंद्रहवें का शासनकाल अराजकता, अव्यवस्था, अशां…

यूरोप में धर्म सुधार आंदोलन के कारण

महात्मा ईसा द्वारा संस्थापित ईसाई धर्म के विभाजन की कहानी बहुत पुरानी है। उनकी मृत्यु के तीन-चार सौ वर्षों के बाद ही ईसाई धर्म दो शाखाओं-रोमन कैथोलिक चर्च और ग्रीक ओर्थोडक्स चर्च में विभाजित हो गया था। यूरोप में रूस तथा बाल्कन क्षेत्र के अलावा अन्य सभ…

यूरोप में सामंतवाद के पतन के कारणों की विवेचना

सामंतवाद एक ऐसी मध्ययुगीन प्रशासकीय प्रणाली और सामाजिक व्यवस्था थी, जिसमें स्थानीय शासक उन शक्तियों और अधिकारों का उपयोग करते थे जो सम्राट, राजा अथवा किसी केन्द्रीय शक्ति को प्राप्त होते हैं। सामाजिक दृष्टि से समाज प्रमुखता दो वर्गों में विभक्त था- सत…

More posts
That is All