वर्धन वंश का संस्थापक पुष्यभूति को माना जाता है। बाणभट्ट ने हर्षचरित में ’पुष्पभूति’ को वर्धन वंश का संस्थापक बताया है। बाणभट्ट ने पुष्पभूति को भूपाल और राजा कहा है, जिससे उसके स्वतंत्र शासक के स्थान पर एक सामन्त होने को प्रमाणित करता है किन्तु हर्षवर…