यह स्वेच्छा और आपसी सद्भावना के आधार पर निर्मित 15 से 20 व्यक्तियों का एक छोटा समूह होता हैं। इसका निर्माण एक विशेष उद्देश्य को ध्यान में रखकर किया जाता हैं। इस समूह के सदस्य अपनी बचत ऋण तथा सामाजिक सहभागिता के आधार पर अपने उत्थान का मार्ग प्रशस्त करत…