बाबू गुलाबराय प्रसिद्ध साहित्यकार, निबंधकार और व्यंग्यकार थे। गुलाबराय जी ने दो प्रकार की रचनाएं की हैं- दार्शनिक और साहित्यिक। बाबू गुलाबराय ने अपनी रचनाओं में शुद्ध भाषा तथा परिष्कृत खड़ी बोली का प्रयोग अधिकता से किया है। बाबू गुलाबराय का जीवन परिच…