पठार किसे कहते हैं भौगोलिक स्थिति एवं संरचना के आधार पर पठारों को तीन श्रेणियों में बाँटा जा सकता है

पठार पृथ्वी की सतह का लगभग 18 प्रतिशत भाग घेरे हुये हैं। पठार एक बहुत विस्तृत ऊँचा भू-भाग है, जिसका सबसे ऊपर का भाग पर्वत के विपरीत लम्बा-चौड़ा और लगभग समतल होता है। पठारी क्षेत्र में बहने वाली नदियाँ पठार पर प्राय: गहरी घाटियाँ और महाखड्ड बनाती हैं। …

पर्वत किसे कहते हैं पर्वत हमारे लिए इस प्रकार से उपयोगी हैं

पर्वतों द्वारा पृथ्वी की सम्पूर्ण सतह का 27 प्रतिशत भाग घिरा हुआ है। पर्वत पृथ्वी की सतह के ऊपर उठे हुये वे भाग हैं, जो आसपास की भूमि से बहुत ऊँचे हैं। परन्तु धरातल के सभी ऊपर उठे हुये भाग पर्वत नहीं कहलाते। किसी भी स्थलरूप को पहचानने के लिये ऊँचाई और…

भू संतुलन का अर्थ, एअरी और प्रैट के विचार

भू संतुलन का अर्थ आइसोस्टेसी (भूसंतुलन) शब्द ग्रीक भाषा के ‘आइसोस्टेसियॉज’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है संतुलन की स्थिति। आप जानते हैं और आपने ऐसा देखा भी होगा कि पर्वतों के बहुत से शिखर होते हैं और उनकी ऊँचाई भी अधिक होती है। इसी तरह से पठार का …

पृथ्वी की आंतरिक संरचना | सचित्र वर्णन

पृथ्वी की उत्पत्ति को स्पष्ट करते समय यह बताया गया था कि पृथ्वी प्रारम्भ में उत्पत्ति अवस्था में थी। धीरे-धीरे शीतल होकर यह वर्तमान ठोस अवस्था को प्राप्त हुई। इसकी संरचना में जिन रासायनिक तत्वों का योग है उसमें कई हल्के और कई भारी पदार्थ हैं। पृथ्वी क…

फोबिया क्या है अमेरिकन साइकियेट्रिक एसोशियेसन ने फोबिया के लक्षणों को स्पष्ट किया है

दुर्भीति जिसे अंग्रेजी के फोबिया Fobia शब्द से जाना जाता है, वस्तुत: चिंता विकृति के प्रमुख प्रकारों में गिना जाता है। चिंता एक संवेग है जिसमें अविवेकपूर्ण नकारात्मक विचारों की श्रृंखला चलती है, तथा व्यक्ति अपने साथ कुछ बुरा होने की नकारात्मक भययुक्त …

सामाजिक समस्या क्या है सामाजिक समस्या के प्रकार एवं वर्गीकरण?

सामाजिक समस्या उन परिस्थितियों अथवा दशाओं का नाम है जिन्हें समाज हानिकारक मानता है तथा जिनमें सुधार की समाज को आवश्यकता होती है। सामाजिक समस्या का तात्पर्य उन परिस्थितियों अथवा दशाओं से है जिन्हें एक समुदाय के अधिकांश व्यक्तियों के द्वारा अपने सुस्थाप…

भारतीय नृत्य के प्रकार / भारत के प्रमुख नृत्य कौन कौन से हैं?

ऋग्वेद में ‘नृति’ तथा नृतु का उल्लेख मिलता है तथा उषा काल की सुन्दरता की तुलना सुन्दर बेशभूषायुत्तफ नृत्यांगना से की है। जैमिनी तथा कौशीतकी ब्राह्मण ग्रन्थों में नृत्य और संगीत का एक साथ उल्लेख किया गया है। महाकाव्यों में स्वर्ग तथा पृथ्वी पर नृत्य के…

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