हिंदी साहित्य

रामधारी सिंह दिनकर का जीवन परिचय, भाव पक्ष और कला पक्ष

रामधारी सिंह दिनकर प्रतिभा-सम्पन्न व्यक्ति थे। रामधारी सिंह दिनकर का जन्म बिहार प्रान्त में सिमरिया नामक ग्राम में 30 सितम्बर 1908 ई. मे हुआ था। रामधारी सिंह दिनकर के पिता श्री रवि सिंह साधारण स्थिति से किसान थे। वे इतने सरल एवं साधु प्रवृति के व्यक्त…

मीराबाई का जीवन परिचय | भाव पक्ष | कला पक्ष | साहित्य में स्थान एवं रचनाएं

मीरा मेडतियाँ राठौर वंश की थी, मीरा मेडतियाँ के राव दूदा के पुत्र रत्नसिंह की पुत्री थी।102 ये मेड़तियाँ राठौर की उस शाखा के थे जो जोधपुर आकर मेड़ता में बस गए थे। इस प्रकार यह शाखा मारवाड़ी राठौर की एक उपशाखा थी, मारवाड़ी शाखा के मूल पुरूष राव सीहा जी…

गजानन माधव मुक्तिबोध का जीवन परिचय, रचनाएँ, भावपक्ष, कलापक्ष

गजानन माधव मुक्तिबोध का जन्म 13 नबम्बर, 1917 में म.प्र. के शिवपुरी में हुआ था । इन्होंने बी.ए. तक अध्ययन प्राप्त किया । आर्थिक संकटों के बावजूद इन्होंने अंग्रेजी, रूसी, फ्रेंच एवं वैज्ञानिक उपन्यासों में विशेष रूचि ली । 11 सितम्बर 1964 में मृत्यु हुई …

अलंकार के प्रकार एवं उदाहरण

अलंकार शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है ‘आभूषण’ यानी गहने, किन्तु शब्द निर्माण के आधार पर अलंकार शब्द ‘अलम्’ और ‘कार’ दो शब्दों के योग से बना है। ‘अलम्’ का अर्थ है ‘शोभा’ तथा ‘कार’ का अर्थ हैं ‘करने वाला’। अर्थात् काव्य की शोभा बढ़ाने वाले तथा उसके शब्दों…

आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का जीवन परिचय एवं रचनाएँ

हिन्दी साहित्य में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का नाम एक श्रेष्ठ रचनाकार के रूप में लिया जाता है। वे हिन्दी के महान गद्य लेखकों में से एक हैं। आचार्य द्विवेदी हिन्दी के सांस्कृतिक एवं ललित निबंधकार के रूप में जाने जाते हैं। हिन्दी और संस्कृत के मह…

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