Showing posts from November, 2020

कृषि का उद्भव एवं विकास

मानवशास्त्री ने जीव व वनस्पति के साथ सहयोग कर विभिन्न कृषि विकास की दशाओं का पता लगाया है। प्रारंभिक में मानव का प्रयास सीमित रहा बाद में पशु आदि पर निर्भरता बनी रही धीरे - धीरे कुछ क्षेत्रों को साफ कर कुछ निश्चित फसलें का चयन कर विस्तृत क्षेत्रों को …

पलायन के मुख्य कारण और प्रकार

सामान्य शब्दों में पलायन अपने मूल निवास स्थान से किसी दूसरे स्थान पर जाकर रहने की प्रक्रिया हैं यह एक जटिल किन्तु आधारभूत सामाजिक प्रक्रिया हैं जिसकी स्पष्ट व्याख्या अत्यंत ही कठिन हैं पलायन एक बहुआयामी घटना है, जिसका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रभाव आर…

भारत में पाई जाने वाली मिट्टी कौन कौन सी है ?

मिट्टी सबसे प्रमुख प्राकृतिक संसाधन है। यह मिट्टी जैविक तथा अजैविक तत्वों का मिश्रण है जिसमें पैतृक चट्टानों, वनस्पतियों, जीवाश्मों, उर्वरक तत्वों, जल तथा उष्मा आदि अभिन्न रूप में मिले हुए होते हैं। मिट्टी में सर्वाधिक खनिज पदार्थों की मात्रा होती है…

मौर्य साम्राज्य | मौर्य काल का इतिहास

जिस समय सिकन्दर अपने विश्व विजय के अभियान पर भारत की ओर आया तो यहां मगध में एक शक्तिशाली नन्द साम्राज्य का राज्य था ये नन्द राजा अपनी निम्न उत्पत्ति एवं गलत नीतियों के कारण प्रजा में काफी अलोकप्रिय हो चुके थे परन्तु फिर भी सिकन्दर की सेना ने उनसे मुक…

हिंदू विवाह के 8 प्रकार क्या हैं?

विवाह, समाज द्वारा मान्यता प्राप्त एक सामाजिक संस्था है। इसके द्वारा दो अलग लिंग के लोगों को एक साथ रहने, यौन संबंध स्थापित करने, बच्चों को जन्म देने तथा उनका लालन-पोषण करने का अधिकार प्राप्त हो जाता है।समाज द्वारा अनुमोदित स्त्री-पुरूष के संयोग को वि…

छत्तीसगढ़ का नामकरण एवं इतिहास

छत्तीसगढ़ अंचल मध्य प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2000 के द्वारा भारत के हृदय प्रदेश मध्य प्रदेश से पृथक होकर 1 नवंबर 2000 को भारतीय संघ का 26वीं राज्य बन गया। नवनिर्मित राज्य की अब उम्र 12 वर्ष पूरी हो चुकी है। यह मानचित्र में ध्यान से देखने पर समुद्री घो…

एल एम सिंघवी समिति क्या है ?

जून, 1986 में डॉ. एल एम सिंघवी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की। इस समिति ने यह अनुभव किया की पंचायतों की अवधारणा पूर्ण स्वराज्य के दर्शन का एक अंग है। इसने पंचायती राज संस्थाओं को स्वषासन की मूल इकाई के रूप में माना। इस समिति का विचार था कि “पंचायती…

जी वी के राव समिति का गठन एवं मुख्य सिफारिशें | G.V.K. Rao Committee

gvk राव समिति जीवीके राव समिति का गठन 25 मार्च, 1985 को योजना आयोग द्वारा किया गया। इस समिति का मुख्य कार्य ग्रामीण क्षेत्र में विकास एवं गरीबी उन्मूलन से सम्बन्धित प्रशासनिक व्यवस्था की समीक्षा करना एवं साथ ही पंचायती राज के अंगों का प्रशासनिक निकायो…

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