भारत सरकार और राजनीति

राज्यपाल की शक्तियां

संविधान का अनुच्छेद 153 व्यवस्था करता है कि प्रत्येक राज्य का एक राज्यपाल होगा। एक ही व्यक्ति एक से अधिक राज्यों का राज्यपाल भी हो सकता है। राज्यपाल राष्ट्रपति के द्वारा पांच वर्ष के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया जाता है तथा वह राष्ट्रपति की इच्छा तक अ…

लोकसभा अध्यक्ष की शक्तियाँ और कार्य

संघीय संसद के निम्न सदन या लोकप्रिय सदन को लोकसभा का नाम दिया गया है। लोकसभा की सदस्य संख्या समय-समय पर परिवर्तित होती रही है। संविधान में उपबन्ध है कि लोकसभा के 530 से अधिक सदस्य राज्यों में प्रादेशिक निर्वाचन दलों से प्रत्यक्ष रीति से चुने जाएंगे और…

जनमत किसे कहते हैं? जनमत निर्माण के लिए क्या आवश्यक है?

किसी भी राष्ट्र या राज्य की सरकार शासन जब भी कोई कार्यक्रम बनाती है उसका उद्देश्य जन-जन का कल्याण होता है। उस कार्यक्रम का प्रभाव जन पर क्या पड़ेगा, कैसा पडे़गा इसकी जानकारी भी लेना योजना बनाने वालों के लिए आवश्यक होता है जनता पर हुए प्रभावों और प्रति…

संविधान द्वारा राज्यपाल को पर्याप्त व्यापक शक्तियाँ दी गयी है। राज्यपाल की शक्तियों का अध्ययन इन रूपों में किया जा सकता है।

संविधान का अनुच्छेद 153 व्यवस्था करता है कि प्रत्येक राज्य का एक राज्यपाल होगा। एक ही व्यक्ति एक से अधिक राज्यों का राज्यपाल भी हो सकता है। राज्यपाल राष्ट्रपति के द्वारा पांच वर्ष के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया जाता है तथा वह राष्ट्रपति की इच्छा तक …

लोकसभा की शक्तियां तथा उसके कार्य

लोकसभा को निम्न सदन या प्रथम सदन कहा जाता है । यह सदन जनता का प्रतिनिधित्व करता है । लोकसभा में सदस्यों की संख्या 552 से अधिक नहीं होगी । जिसमें 530 सदस्य राज्यों के चुनाव क्षेत्रों से निर्वाचित तथा 20 सदस्य संघ राज्य क्षेत्रों के चुनाव क्षेत्रों से न…

संसद के कितने अंग होते हैं उनके नाम

संविधान के अनुच्छेद 79 के अंतर्गत भारतीय संसद का गठन किया गया है। भारतीय संसद के अंतर्गत राष्ट्रपति और संसद के दो सदन सम्मिलित है। पहला सदन लोक सभा है जिसे निम्न सदन भी कहा जाता है जबकि दूसरा सदन राज्य सभा है जिसे उच्च सदन कहा जाता है। लोक सभा अस्थायी…

भारत के राष्ट्रपति की शक्तियां और कार्य

राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता है जिसमें संसद के दोनेां सदनों के चयनित सदस्य समानुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार राज्यों में विधान सभा के सदस्यों के द्वारा एकल अंतरणीय मत के द्वारा होता है । राज्यो के बीच परस्पर एक…

भारतीय संघवाद की विशेषताएं एवं स्वरूप

भारतीय संघवाद की विशेषताएं लिखित संविधान कठोर संविधान  शक्तियों का विभाजन  द्वैध शासन प्रणाली संविधान की सर्वोच्चता  उच्चतम न्यायालय की विशेष स्थिति  1. लिखित संविधान -  किसी भी संघ का सबसे प्रमुख लक्षण होता है। कि उनके पास एक लिखित संविधान हो जिसस…

संसद के कार्य एवं शक्तियों का वर्णन

संसद के कार्य एवं शक्तियां संसद के कार्य एवं शक्तियों को विधायी, कार्यपालिका, वित्तीय एवं अन्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है । 1. संसद के विधायी कार्य संसद कानून बनाने वाली संख्या है । केन्द्र और राज्यों में शक्ति विभाजन किया गया है जिसके लि…

मुख्यमंत्री के कार्य एवं शक्ति || Work and Power of Chief Minister.

मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा की जाती है। विधान सभा में बहुमत प्राप्त दल के नेता को राज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री नियुक्त किया जाता है। मुख्यमंत्री की सिफारिश पर बाकी मंत्रियों की नियुक्ति की जाती है। मंत्रिपरिषद् में शामिल किए जाने वाले मंत्र…

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