संगीत

ध्रुपद गायन शैली / धमार गायन शैली क्या है?

ध्रुपद गायन शैली ख्याल से पुरानी है। ध्रुपद के बाद ही ख्याल का जन्म हुआ। इसमें सरगम एवं तानों का प्रयोग नहीं किया जाता है बल्कि इसके स्थान पर दुगुन, तिगुन, चौगुन एवं कठिन लयकारी का प्रयोग कलाकार की सामर्थ के अनुसार किया जाता है।  इस गायन शैली में ताल …

कब हुआ वायलिन का आविष्कार जानिए पूरा इतिहास

भारतीय संगीत का प्राचीनतम रूप वेदों में मिलता है। प्राचीन काल से ही भारतीय संगीत भक्तिमय और अनुष्ठानों से सम्बद्ध रहा है। चारों देवों में कहीं-कहीं पर बाण, गोथा, अघाटी, कर्करी तथा गर्गर तन्त्रीं वाद्य का वर्णन किया गया है। शारगंदेव कृत ‘संगीत रत्नाकर’…

सारंगी की उत्पत्ति और सारंगी के प्रकार

सारंगी सारंगी की उत्पत्ति भारतवर्ष के प्राचीन, पौराणिक संगीत ग्रन्थों के आधार पर इस मधुर वाद्य सारंगी का आविष्कार श्रृंगी ऋषि’ को माना जाता है। श्रृंगी ऋषि से यह वाद्य पुलस्त्य को, पुलस्त्य से विश्रवस तथा उनसे राक्षसराज रावण ने प्राप्त किया। देश, काल …

संगीत में घराना क्या होता है?

संगीत जगत में ‘घराना' शब्द से गुणी - वंश परम्परा समझी जाती है। यहाँ 'घर' का अर्थ है–वंश एवं घराना का अर्थ है वंशीय - संगीत - विशेषताएँ । जब कोई प्रतिभावन संगीत–शिल्पी अपनी सृजन - शक्ति के प्रभाव से कोई नवीन स्वर–प्रयोग कौशल या अलंकार-धारा …

तबले की उत्पत्ति एवं आविष्कार

तबला एक वाद्य यंत्र है। संगीत में वर्तमान समय में तबला महत्वपूर्ण ताल वाद्य के रूप में स्थान रखता है। संगीत, नृत्य विधा या वाद्य वादन की कोई भी विधा तबले के बिना अधूरी जान पड़ती है। तबला, दाहिना और बायाँ दो अलग-अलग संरचनाओं का संयुक्त रूप है। दाहिने क…

वाद्य यंत्र क्या है वाद्य यन्त्र कितने प्रकार के होते हैं?

वाद्य जिनसे स्वर अथवा स्वरावलियां उत्पन्न कर उनका संगीत में उपयोग किया जाता है, स्वर वाद्य कहलाते हैं। जैसे सितार, सरोद, बांसुरी, संतूर व हारमोनियम। वाद्य, जिनका उपयोग गायन व स्वर वाद्य की में लय अथवा गति को सुचारु रखने हेतु किया जाता है, ताल वाद्य कह…

भारतीय संगीत के कितने प्रकार हैं, संगीत के विभिन्न रूप

संगीत मूलतः संस्कृत भाषा का शब्द है। जिसकी व्युत्पत्ति गै शब्द के पूर्व ‘सम’ उपसर्ग लगाकर हुयी है। संगीत शब्द में सम् उपसर्ग का तात्पर्य वादन और नर्तन से है। अर्थात् गायन के साथ वादन और नर्तन का भी प्रयोग होता है तभी संगीत की विद्या पूर्ण होती है।’’ …

भारतीय संगीत का इतिहास - प्राचीन काल मध्य काल और आधुनिक काल

मनुष्य के जन्म के साथ ही संगीत की उत्पत्ति का इतिहास भी जुड़ा हुआ है। संगीत की उत्पत्ति कब, कैसे और किसके द्वारा हुई, इस बारे में विद्वानों के अनेक मत हैं। संगीत का इतिहास स्वयं मानव का इतिहास है। जैसे-जैसे मनुष्य का विकास होता गया, संगीत की भी उन्नति…

बंदिश का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य एवं महत्व

पाँच ललित कलाओं में संगीत कला को सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त है। संगीत का मूल आधार लय और स्वर है जिसके माध्यम से कलाकार अपने सूक्ष्म से सूक्ष्म भावों को अभिव्यक्त करता है। जिस भांति निर्गुण ब्रह्म की उपासना सर्वसाधारण के लिए सम्भव न होने के कारण ईश्वर …

संगीत का अर्थ, परिभाषा, उत्पत्ति एवं मुख्य तत्व

संगीत की व्युत्पति “सम् गै (गाना) + कत” है अर्थात् ‘गै’ धातु में ‘सम’ उपसर्ग लगाने से यह शब्द बनता है। ‘गै’ का अर्थ है – ‘गाना’ और सम (सं) एक अव्यय, है, जिसका व्यवहार समानता, संगति, उत्कृष्टता, निरन्तरता, औचित्य आदि को सूचित करने के लिये किया जाता है।…

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