शोध अभिकल्प का अर्थ, परिभाषा, प्रकार एवं विशेषताएं

कोई भी शोध कार्य बिना किसी लक्ष्य या उद्देश्य के नहीं होता है। इस उद्देश्य या लक्ष्य का विकास एवं स्पष्टीकरण शोध कार्य आरम्भ करने से पूर्व ही निर्धारित कर लिया जाता है। शोध के उद्देश्य के आधार पर अध्ययन् विषय के विभिन्न पक्षों को उद्घाटि…

वृद्धावस्था के लक्षण क्या है?

सम्पूर्ण विश्व की सामाजिक व्यवस्था में वृद्धावस्था के लक्षण सामान्यत: एक जैसे ही हैं। देश एवं परिस्थितियों के अनुसार उनके स्तर भिन्न-भिन्न हो सकते हैं।  वृद्धावस्था के लक्षण वृद्धावस्था के विविध लक्षण है-  30 से 65 वर्श की आयु में रक्त चाप (ब्लड प्रे…

मुजरा का अर्थ और परिभाषा

मुजरा मनोरंजन का माध्यम व कलाकार की विपरीत परिस्थितियों में अजीविका का साधन रहा, मुजरा क्या है इसे विभिन्न अर्थो में समझा जा सकता है। “मुजरेको मुजरऊ” भी कहा जाता है। मुजरा का अर्थ और परिभाषा मुजरा शब्द का अर्थ है:- “राजा या किसी बडे़ व्यक्ति (आदम…

व्यावसायिक संतुष्टि की अवधारणा

व्यावसायिक संतुष्टि का सम्प्रत्यय व्यक्ति की कार्य प्रवीणता व कुशलता को स्पष्ट करता है। प्रस्तुत सम्प्रत्यय आज के उद्योगपतियों के अतिरिक्त मनोवैज्ञानिकों के शोध का एक आकर्षक विषय है। उद्योगपतियों के लिए यह विषय इसलिए लाभप्रद है क्योंकि इससे उन्हें अपन…

विशिष्ट बालक का अर्थ, परिभाषा एवं प्रकार

विशिष्ट बालक का अर्थ विशिष्ट शब्द असाधारण को सूचित करता है अर्थात् वे बालक जो किसी रूप में साधारण बालकों में असाधारण है। विशिष्ट बालक अपने विशेष लक्षणों के कारण ही सामान्य बालकों से भिन्न दिखाई देता है तथा दूसरों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। विद…

श्रीलंका में बौद्ध धर्म का इतिहास

श्रीलंका ‘पूर्व का मोती’ नाम से प्रख्यात श्रीलंका, भारत के दक्षिण में हिन्द महासागर में स्थित एक छोटा सा द्वीप है, जो पाक जलडमरूमध्य के द्वारा के द्वारा भारत से जुड़ा हुआ है। नाशपाती के आकार का यह द्वीप मानचित्र के पटल पर 5° 55’ और 9° 50’ अक्षांशों तथ…

चेतना का अर्थ, परिभाषा, स्वरूप एवं महत्व

चेतना का अर्थ चेतना मन की एक स्थिति ही है - जिसके अन्तर्गत बाह्य जगत के प्रति संवेदनशीलता तीव्र अनुभूति का आवेग, चयन या निर्माण की शक्ति इन सबके प्रति चिन्तन विद्यमान रहता है ये सब बातें मिलकर किसी भी व्यक्ति की पूर्ण चैतन्य अवस्था का निर्माण करती है।…

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